Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
रक़ीबों की दोस्ती में दम नहीं होता - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

रक़ीबों की दोस्ती में दम नहीं होता

  • 10
  • 2 Min Read

रिश्ता दोस्ती का किसी और रिश्ते से किसीसूरत कम नहीं होता
पुराना दोस्ताना तादादे-दोस्त बढ जाने से कभी ख़त्म नहीं होता

हालात-ए-मुश्क़िलात में हरमुमकिन काम आते हैं अहबाब पुराने
मौसमी लिबास बदलने वाले रक़ीबों की दोस्ती में दम नहीं होता
© "बशर" بشر

InCollage_20240904_094558377_1727493955.jpg
user-image
चालाकचतुर बावलागेला आदमी
1663984935016_1738474951.jpg
वक़्त बुरा लगना अब शुरू हो गया
1663935559293_1741149820.jpg
मुझ से मुझ तक का फासला ना मुझसे तय हुआ
20220906_194217_1731986379.jpg
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg