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काबे में भी वही है काशी में भी वही है - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

काबे में भी वही है काशी में भी वही है

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तिरा राम और मिरा रहीम जुदा नहीं है
काबे में भी वही है काशी में भी वही है
@ #बशर" بشر

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