कविताअन्य
मै एक कमल हूँ
कमल हूँ मै,कमल हूँ मै,भारत का शान हूँ!
कमल हूँ मै,कमल हूँ,भारत का पहचान हूँ!
देश का सुन्दरता हूँ,भारत का वरदान हूँ!
कमल हूँ मै,कमल हूँ मै,भारत का प्रतीक हूँ!
लोग जलेस करे मुझसे,भारत की मर्यादा हूँ!
फुल खिले कीचड में,खुशबूदार की महक हूँ!
कमल हूँ मै,कमल हूँ मै,भारत का स्वर हूँ
बदनाम करें कमल को,धरती का शान हूँ!
हरेक दिलों में मैं राज करता,हरियाली से खुश हूँ!
कमल हूँ मै,कमल हूँ मै,भारत का आन हूँ!
कमल हूँ मै,कमल हूँ मै,स्वच्छता का प्रतीक हूँ!!
आपका अपना- नवीन निश्छल कुमार सिन्हा"नवीन" उर्फ रमेश रंजन