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भली अपनी सब्र और समाई - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

भली अपनी सब्र और समाई

  • 7
  • 1 Min Read

है ग़ुरबत की नुमाईश करना मुफ़लिसी से ज़्यादा दुखदायी
गैर का न सरमाया काम आए भली अपनी सब्र और समाई
@"बशर"

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