Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
गाँव की गलियों से निकलकर कोईदरवेश आया @"बशर" - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

गाँव की गलियों से निकलकर कोईदरवेश आया @"बशर"

  • 5
  • 1 Min Read

हादिसा हयात में इक यूँ भी दर - पेश आया,
कि जब कोई गाँव अपना छोड़ कर परदेश आया!

अजनबी शहर की अनजान सड़कों पर बशर,
गाँव की गलियों से निकलकर कोई दरवेश आया!

@"बशर"

1663935559293_1726587203.jpg
user-image
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
तन्हाई
logo.jpeg