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जून की उसके नसीब में नहीं है - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

जून की उसके नसीब में नहीं है

  • 98
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औक़ात-ओ-हैसियत इतनी भी ग़रीब में नहीं है
कि रोटी भी दो जून की उसके नसीब में नहीं है
@"बशर"

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