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तमाशाई सभी बवाल के हैं - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

तमाशाई सभी बवाल के हैं

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  • 1 Min Read

तमाशाई सभी यहाँ पर बवाल के हैं
मेरे अपने अहबाब भी कमाल के हैं!

उरूज की तवक़्क़ो किसे है यहाँ पर
सभी तो मुन्तज़िर मिरे ज़वाल के हैं!

@"बशर"

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