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है पार करना भवसागर तैर कर - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

है पार करना भवसागर तैर कर

  • 76
  • 1 Min Read

बच्चा बड़ा हो गया है खड़े अपने पैर पर
मुसाफ़िर चल पड़ा है दुनिया की सैर पर

ग़ाफ़िल को आता नहीं है पानी में तैरना
है पार करना उस को भवसागर तैर कर

@"बशर"

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