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वक़्त भी बदलेगा और ये दिन-रात भी बदलेंगे - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

वक़्त भी बदलेगा और ये दिन-रात भी बदलेंगे

  • 13
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अगर हम खुद बदलेंगे तो हमारे हालात भी बदलेंगे
हम अपने बदलेंगे तो औरों के जज़्बात भी बदलेंगे!

वक़्त कब किसी का यकसाँ रहा है हमेशा के लिए
ये वक़्त भी बदलेगा और येह दिन-रात भी बदलेंगे!

© 'बशर' بشر

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