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दिले-मुज़्तर थाम लिया - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

दिले-मुज़्तर थाम लिया

  • 20
  • 1 Min Read

बड़े सब्र - ओ - ताब से हम ने काम लिया
जिसको भूलना चाहा उसीका नाम लिया

येह बेकली अपनी बेबसी बन कर रह गई
बेकसीमें बार-बार दिले-मुज़्तर थाम लिया
© 'बशर' بشر.

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