Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
वक़्त मुझे बताए जा रहा है - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

वक़्त मुझे बताए जा रहा है

  • 15
  • 2 Min Read

मैं हूँ कि साल दर साल अपने साल बढाए जा रहा हूँ,
और वक़्त हैकि मुसलसल उम्र मेरी घटाए जा रहा है!

मैं हूँ कि अपनी सोच और समझ को बढाने में लगा हूँ,
दुनिया नहीं समझ पाएगा वक़्त मुझे बताए जा रहा है!

© 'बशर' بشر.

InCollage_20240712_101008004_1720783598.jpg
user-image
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
तन्हाई
logo.jpeg