Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
जितना ये सफ़र मेरा है उतनाही तेरा भी है - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

जितना ये सफ़र मेरा है उतनाही तेरा भी है

  • 20
  • 2 Min Read

ये राहे-सफ़र जितना मेरा उतनाही तेरा भी है
दर्दे-ए-सफ़र जितना मेरा उतनाही तेरा भी है!

हमराही हैं हम-सफ़र हैं हम-मंजिल भी हैं हम
ये जमीं घर जितना मेरा उतना ही तेरा भी है!

लंबा है सफ़र और कांटो-भरी है यह रहगुज़र
कांटों से डर जितना मेरा उतना ही तेरा भी है!

क्यूं न करलें मुक़म्मल यह सफ़र मिलजुलकर
जितना येह सफ़र मेरा है उतना ही तेरा भी है!
@"बशर"

logo.jpeg
user-image
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
तन्हाई
logo.jpeg