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रातों की नींद गंवाई है - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

रातों की नींद गंवाई है

  • 40
  • 1 Min Read

जबजब हबीब से मिलने की कसमें खाईं हैं,
कसम से यारो हमने रातों की नींद गंवाई है!

तन्हा रहने की हमने जब से कसम खाई है,
कसम से हम ने "बशर" बड़ी फ़ुर्सत पाई है!

© 'बशर' بشرؔ

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