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खुशनुमा महफ़िल हो - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

खुशनुमा महफ़िल हो

  • 17
  • 1 Min Read

जीना मुहाल हो और मरना मुश्क़िल हो
बेकसी में इसक़दर न किसीका दिल हो

हयात होतो वो बातहो अहबाब साथ हों
दिलकश बज़्म हो खुशनुमा महफ़िल हो

© डॉ. एन. आर. कस्वाँ "बशर" 🍁

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