Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
हिंदी और शिक्षा - Hoshiar Singh (Sahitya Arpan)

कवितालयबद्ध कविता

हिंदी और शिक्षा

  • 180
  • 12 Min Read

#हिंदी हिंदी और शिक्षा
विधा-कविता
*****************
हिंदी भारत का दिल, हिंदी माथे की बिंदी,
काम काज कर देती,प्रयोग करे चाहे सिंधी,
मन मंदिर में है बसी, पूर्वजों का है उपहार,
एक बार जरा बोल ले, भर देती मन प्यार।

संविधान में वर्णित है, मातृभाषा कहलाए,
हिंदी के गीत, भजन, मन को बड़ा हर्षाये,
सबसे ज्यादा बोली जाए, मधुर है मुस्कान,
जो मन से हिंदी बोले, भारतवासी पहचान।

हिंदी भारत का दिल, हिंदी माथे की बिंदी,
हिंदी बोले हिंदुस्तान, द्रविड़ हो या सिंधी,
हिंदी बिना अधूरा है, हिंदी बिना दुर्गत है,
हिंदी मन को मोहती ,हिंदी है तो भारत है।

मातृभाषा यह कहाये, जन जन को हॅंसाये,
अंग्रेजी समझ न आये, हिंदी को अपनाये,
53 करोड़ बोलते लोग,हिंदी पढऩा है योग,
हिंदी में काम करोगे, अंग्रेजी का भागे रोग।

मधुर, सरल, सलिल,हिंदी भाषा लगे प्यारी,
हिंदी में बात करेगा, सभ्यता इसमें है हमारी,
हिंदी पढऩा लिखना सीख, वरना हो दुर्गत है,
हिंदी रथ के पहिये होते,हिंदी है तो भारत है।

संस्कृत है इसकी जननी, देवनागरी लिपि है,
कई भाषाओं के शब्द, जोड़े बतौर अतिथि हैं,
40 फीसदी भारत बोले,हिंदी की पड़ी लत है,
दिलोदिमाग पर घर करे, हिंदी है तो भारत है।

भारतीय संविधान में, हिंदी को दर्जा मिला है,
हिंदी की पहचान है हिंदी, भारत का तन मन,
हिंदी को बढ़ावा देना, विकास का करो पर्यत्न,
हिंदी एक दिव्य रथ है, हिंदी है तो भारत है।।

हमारी भाषा हिंदी, यह हमारा बने अभियान,
हिंदी भाषा राष्ट्रभाषा है, बनाती यही पहचान,
पढ़कर सुनकर हिंदी,आ जाती है तन में जान,
हिंदी पढ़ो और पढ़ाओ, यही सफल अभियान।

सीख रहे मिलकर सारे, छोड़ी अंग्रेजी तान,
कामकाज की भाषा बनती,हिंदी होती शान,
कभी नहीं भूलो बोलना, हिंदी को ले सीख,
वरना वो दिन दूर नहीं, मांगेगा सड़क भीख।

अखबार, पत्रिका, लेख छपे, हिंदी में काम,
बोल रहे हँस हँसकर, सुबह हो या हो शाम,
हिंदी हिंदू मंदिर हो, हिंदी मधुर बड़ी निराली,
हिंदी में विनती करो, जपों हिंदी में वो माली।

हिंदी सरस,सलिल है, हिंदी बिन कैसा जीना,
हिंदी बिना मन दुखी, जहर पड़ता सदा पीना,
विश्व में हिंदी पुकार रही,रखना मुझको अमर,
आएगा फिर वो समय,बोलेंगे ये हिंदी घर घर।

अपना लो हिंदी को, करो हिंदी में सब काम,
अंगे्रजी धरी रह जाएगी, हागो हिंदी का नाम,
हिंदी को अगर भूल गये, होगी बस बदनामी,
बाढ़, भूखरी, भूचाल फिर,आयेगी वो सुनामी।।
******************
नितांत मौलिक,स्वरचित
*****************
*होशियार सिंह यादव
मोहल्ला-मोदीका, वार्ड नंबर 01
कनीना-123027 जिला महेंद्रगढ़ हरियाणा
फोन 09416348400

logo.jpeg
user-image
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
तन्हाई
logo.jpeg