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बच निकला उसे रब मिला - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

बच निकला उसे रब मिला

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  • 1 Min Read

मत पूछ बशर किसे क्या क्यूं कैसे कब मिला,
जिसको जो भी जब मिला उसी में वो घुलमिला!

किसी को धर्म मिला किसी को मज़हब मिला,
फिरकापरस्ती से जो बच निकला उसे रब मिला!

©️ "बशर"

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