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बुराई में सियासत दिखाई देती है - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

बुराई में सियासत दिखाई देती है

  • 85
  • 1 Min Read

दैर -ओ-हरम ख़ामोश रंज-ओ-ग़म ख़ामोश
यहाँ पर महज नफ़रत सुनाई देती है!

किसी भी मज़हब में नहीं है बशर कोई बुराई
हर बुराई में सियासत दिखाई देती है!

© "बशर"

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