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कोई किसी केलिए ज़रूरी नहीं हो सकता - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

कोई किसी केलिए ज़रूरी नहीं हो सकता

  • 30
  • 1 Min Read

किसी को किसी की आदत हो सकती है
कोईभी किसीकी मज़बूरी नहीं हो सकता!
काम सबका निकल जाता है सबके बग़ैर
कोई किसी केलिए ज़रूरी नहीं हो सकता!
@ "बशर"

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