Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
कोई किसी केलिए ज़रूरी नहीं हो सकता - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

कोई किसी केलिए ज़रूरी नहीं हो सकता

  • 36
  • 1 Min Read

किसी को किसी की आदत हो सकती है
कोईभी किसीकी मज़बूरी नहीं हो सकता!
काम सबका निकल जाता है सबके बग़ैर
कोई किसी केलिए ज़रूरी नहीं हो सकता!
@ "बशर"

InCollage_20240503_135714716_1715732501.jpg
user-image
चालाकचतुर बावलागेला आदमी
1663984935016_1738474951.jpg
वक़्त बुरा लगना अब शुरू हो गया
1663935559293_1741149820.jpg
मुझ से मुझ तक का फासला ना मुझसे तय हुआ
20220906_194217_1731986379.jpg
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg