Or
Create Account l Forgot Password?
कवितानज़्म
शिकवा न शिकायत कोई गिला न रंज-ओ- मलाल सितम उन के बे -मिसाल तो सब्र अपना भी बाकमाल! उधर उनका भी कोई हाल नहीं इधर हम भी बेहाल, उनके पास जवाब ही कोई नहीं तो फ़जूल सारे सवाल! @ "बशर"