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पत्थर जमा करते रहे - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

पत्थर जमा करते रहे

  • 50
  • 1 Min Read

ताउम्र जाने क्याक्या अपने घरपर जमा करते रहे,
हीरे गंवाते रहे और "बशर" पत्थर जमा करते रहे!
© 'बशर' بشر.

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