Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
सर्वविदित भगवान - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

सर्वविदित भगवान

  • 91
  • 2 Min Read

*भगवान*
कण कण में भगवान
क्षण क्षण में भगवान
हर मन में है भगवान
जन जनमें है भगवान
नभ व्योम में भगवान
सूर्य सोम में भगवान
कायनात में भगवान
दिन रात में भगवान
हर पंथ में है भगवान
हर जात में भगवान
तुझमें मुझमें भगवान
हम में सबमें भगवान
है कोई नहीं अनजान
सर्वविदित है भगवान
© 'बशर' بشر.

download_1714055633.jpeg
user-image
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
तन्हाई
logo.jpeg