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दिल के काशाने में है - Dr. N. R. Kaswan (Sahitya Arpan)

कवितानज़्म

दिल के काशाने में है

  • 42
  • 1 Min Read

मस्जिद में है ना बुतखाने में है
गर हैभी तो रिंदों के मयखाने में है,

काबे में है न काशी में है वो पर
हर किसीके दिल के काशाने में है!

© 'बशर' بشر.

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